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रवींद्र नाथ टैगोर पर दस पंक्तियाँ
10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi
🗣️ रवींद्र नाथ टैगोर पर दस पंक्तियाँ (10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi) पर यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5 के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।
देश के विभिन्न महत्वपूर्ण अवसरों पर गाया जाने वाला राष्ट्रगान प्रसिद्ध कवि और लेखक रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था। उन्होंने अपनी कलम से अन्य कई श्रेष्ठ उपन्यास, कहानियाँ और गीत आदि भी लिखे हैं। वे न केवल भारत के बल्कि सारे विश्व के लोगों के लिये प्रेरणास्रोत हैं। उनकी कविताओं के संग्रह की प्रसिद्ध पुस्तक गीतांजलि को साहित्य का नोबेल पुरस्कार भी मिल चुका है। आइये इन दस पंक्तियों में रवींद्र नाथ टैगोर के जीवन की मुख्य बातें समझने का प्रयास करते हैं।
रवींद्र नाथ टैगोर पर दस पंक्तियाँ (10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi) प्रारूप १
- रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता शहर के सुखी और संपन्न परिवार में हुआ था।
- उनके पिता देवेन्द्र नाथ टैगोर थे तथा माता शारदा देवी थीं।
- अपनी प्राथमिक शिक्षा के बाद रवींद्र नाथ टैगोर लॉ की पढ़ाई के लिये लंदन गये लेकिन वहाँ उनका मन नहीं रमा।
- रवींद्र नाथ टैगोर की मूल रुचि साहित्य में थी। और वे इसी क्षेत्र में अपने भविष्य का निर्माण करना चाहते थे।
- वर्ष 1883 में उनका विवाह मृणालिनी देवी के साथ हुआ।
- आरंभ से इनका झुकाव कविताओं की ओर था। उन्होंने अपनी कविताएं प्रेम, ईश्वर, मन, जीवन आदि विभिन्न विषयों पर लिखी हैं।
- रवींद्र नाथ टैगोर ने लंबा समय विदेश में बिताया। पर वहाँ रहकर भी वे अपने देश की संस्कृति और दर्शन को नहीं भूले।
- वे एक कुशल समाज सुधारक और दार्शनिक थे। उन्होंने शांति निकेतन विश्वविद्यालय की स्थापना करके आदर्श शिक्षा का उदाहरण प्रस्तुत किया।
- उनकी विश्व प्रसिद्ध रचना गीतांजलि को नोबेल पुरस्कार भी मिला। यह मूल रूप से बांग्ला भाषा में लिखी गयी थी।
- 10.दर्जनों कहानियों, सैकड़ों गीतों और कुछ उपन्यासों की रचना के बाद भी ये अपनी उपस्थिति से देश भर को प्रेरणा देते रहे। और 7 अगस्त 1941 को इस विश्व से सदा के लिये विदा ले ली।
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रवींद्र नाथ टैगोर पर दस पंक्तियाँ (10 Lines on Rabindranath Tagore in Hindi) प्रारूप २
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