Essay on Pollution in Hindi / Essay on Pradushan in Hindi / प्रदूषण पर निबंध

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Essay on Pollution in Hindi
प्रदूषण पर निबंध
Essay on Pradushan in Hindi

🌈 प्रदूषण पर निबंध (Essay on Pollution in Hindi / Essay on Pradushan in Hindi)  पर यह निबंध class 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए और अन्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए लिखा गया है।

प्रदूषण की समस्या  दुनिया की प्रमुख समस्याओं में से एक है। दुनिया के अधिकतर देश इससे मुक्त होने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए तरह तरह के Campaign चलाए जा रहे है।  प्रदूषण कम करने के उपाय (Pradushan kam karne ke upay) को भी अपनाया जा रहा है लेकिन ये कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। इसकी वजह कारखाने, फैक्ट्री, प्लास्टिक और गंदा पानी है।  बेतहाशा जनसंख्या वृद्धि भी प्रदूषण बढ़ाने के कारकों में से एक है। 

प्रदूषण क्या है – What is Pollution in Hindi

प्रदूषण का अर्थ (Meaning of pollution in Hindi) ये होता है कि जब हमारी हवा, पानी तथा मिट्टी में कुछ अवांछनीय तत्व घुल जाते है या मिल जाते है और ये हमारे शरीर पर तथा वातावरण पर अपना बुरा प्रभाव दिखाती है, जिससे हमारा स्वास्थ खराब हो जाता है और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या बढ़ती है तो इसे हम प्रदूषण कहते है।

पहले के दिनों में चारो तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देती थी, पर आज के दिनों मै ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है क्युकी प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। पेड़ पौधे कटते ही जा रहा हैं और ऊपर से हम अपनी जनसंख्या को बढाते ही जा रहे है।

प्रदूषण के प्रकार

प्रदूषण के कई प्रकार है जिनमे से कुछ महत्त्वपूर्ण कारण निम्नलिखित है –

1) वायु प्रदूषण (Air Pollution)

वायु प्रदुषण एक बहुत ही बड़ा समस्या बन गया है। ये कारखानों, चिमनियां,मोटर वाहन इत्यादि से हो रही है। इससे बहुत ही खतरनाक गैस निकलती है जैसे क्लोरो-फ्लोरो कार्बन, कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन होती है जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही हानि कारक है। ये हमारे शरीर में टीबी, इन्फ्लूएंजा, खसरा,डिप्थीरिया रोग को उत्पन्न करता है।

2) जल प्रदूषण (Water Pollution)

बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों से निकलने वाले खतरनाक केमिकल्स और वेस्ट मटेरियल को सीधे नदियों में बहाया जाता है इसके अलावा हमारे घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी भी अंतर नदी नालों में ही होती है जिस कारण बड़े स्तर पर जल प्रदूषित हो रहा है। प्रदूषित जल की वजह से हमारे स्वास्थ्य पर व्यापक स्तर पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। 

3) ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution)

आजकल के बड़े बड़े कारखानों से तथा मशीनों से तथा  मोटर गाड़ियों से ध्वनि प्रदुषण होता है। मनुष्य की श्रवण क्षमता एक सीमा तक होती है। अगर उससे ज्यादा ध्वनि वह सुनेगा तो उसे पागलपन, बहरापन, चिड़चिड़ापन और बेचैनी की समस्या ही सकती है। ध्वनि प्रदुषण आजकल शहरों में बहुत ही ज्यादा हो रहा है।

4) मृदा प्रदूषण (Soil Pollution)

खेतों में आज बहुत ज्यादा कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है जिससे भूमि की उर्वरता कम हो जाती है। और जमीन कि उर्वरता भी ख़तम हो जाती है। हमारे फसल में भी इसका प्रभाव पड़ता है जिसको पशु पक्षी भी प्रभावित होते हैं हमे उर्वरक का उपयोग बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए।

प्रदूषण के मुख्य कारण – Causes of pollution in Hindi

विज्ञान ने हमारा जीवन तो सरल कर दिया पर दूसरी तरफ प्रदुषण की समस्या आ गई है प्रदूषण के कुछ मुख्य कारण निम्न है –

1. उद्योग-धंधे (Industries)

रिसर्च के मुताबिक 51 परसेंट पॉल्यूशन सिर्फ इंडस्ट्रीज से होता है। इंडस्ट्रीज यानी उद्योग धंधे ना सिर्फ हमारे वायुमंडल को प्रदूषित करते हैं, बल्कि ये जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण का भी कारण बनता है। फैक्ट्रियों से निकलने वाले खतरनाक केमिकल पानी को दूषित करते हैं जिससे जलीय जीव को तो नुकसान होता ही है साथ ही जब इन पानी का इस्तेमाल सिंचाई के लिए किसान करते हैं तो इससे पृथ्वी की उर्वरा शक्ति पर भी प्रभाव पड़ता है और उगने वाले अनाज और सब्जियां भी प्रभावित होती हैं। 

2. वनों की कटाई (Deforestation)

वनों की अंधाधुंध कटाई प्रदूषण के बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जैसे-जैसे शहरीकरण बढ़ रहा है उद्योग धंधे बड़े पैमाने पर लगाए जा रहे हैं उद्योग धंधों को लगाने के लिए अक्सर पैरों को ही काटा जाता है इसके अलावा बढ़ती आबादी ने मनुष्य की जरूरतों को भी बढ़ा दिया है उन जरूरतों की पूर्ति के लिए भी वनों को काटा जाता है इन सब से वायुमंडल पर बुरा असर पड़ता है और अंततः ये प्रदूषण बढ़ाने का काम करता है। 

प्रदूषण के परिणाम 

प्रदूषण के बहुत से दुष्परिणाम हुए है। ये हमारे स्वास्थ से लेकर हमारे वातावरण को बहुत प्रभावित कर रहा है। आज प्रदूषण मौसम के समय को फेर बदल कर रहे है। इसकी वजह से बारिश में बारिश नहीं होती है तो कभी ठंड के मौसम में ठंडी ही नहीं पड़ती है। बेतहाशा प्रदूषण की वजह से वजह से ओजोन परत भी प्रभावित हो रहा है। आज जो दुनिया भारती ग्लोबल वार्मिंग से परेशान है वह भी प्रदूषण की वजह से ही है। 

विश्व के सर्वाधिक प्रदूषण वाले शहर – Top polluted cities in India

हाल ही में एक कंपनी IQAir ने जो कि एयर पॉल्यूशन के रोकथाम पर काम करती है, उसने एक रिपोर्ट निकाला जिसमें दुनिया के 10 प्रदूषित शहर में 6 शहर केवल इंडिया में है। इसमें टॉप पर गाजियाबाद का नाम है उसके बाद राजस्थान में अलवर जिले के भिवाड़ी दूसरे नंबर पर आता है। दिल्ली भी बहुत ही पोल्यूटेड शहर है।

प्रदूषण पर रोकथाम के उपाय – Pollution prevention measures Essay in Full detail

  • हम प्रदूषण पर रोकथाम करके प्रदूषण को कम कर सकते है। हमे निम्न बातों का ध्यान रखने कि जरूरत है – 
  • हमे पेड़ पौधों का ख्याल रखना है और ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधा लगाना है।
  • पटाखों जैसे खतरनाक सामग्री का उपयोग नहीं करना है। इससे बच्चे की कोशिश करना है।
  • प्लास्टिक के थैली का उपयोग हमे नहीं करना चाहिए।
  • हमें रासायनिक खाद का उपयोग नहीं करना चाहिए, बल्कि जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए।
  • हमें कारखानों के गंदे पानी तथा घर के अपशिष्ट पदार्थों के उचित निपटारे की व्यवस्था करनी चाहिए। 

निष्कर्ष – (Conclusion)

प्रदूषण को रोकने के लिए विश्व को एक साथ जुटकर काम करना होगा। अगर हम इसे अनदेखा करते रहेंगे तो इसका परिणाम हमे और आने वाली पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा। प्रदूषण वातावरण को नष्ट करते ही जा रहा है, इसे हमे रोकने की जरूरत है। इसके लिए हमें Awareness लानी होगी।

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